क्योंकि मान लीजिये आप मर गए हैं, तो आपका शरीर मरा है, आप नहीं. क्योंकि असली जीवन तो आत्मा है, और आत्मा कभी मरती नहीं है. तो फिर जीवन ख़त्म कैसे हुआ? अक्सर हम अपने भविष्य और जीवन को सुखमय बनाने के बारे में सोचते हैं. लेकिन अगले ही पल दुसरे https://raymondhovbi.articlesblogger.com/61106878/shubh-vriddhi-an-overview